अभ्यास के सभी प्रश्नोत्तर
(i). निम्नलिखित में से कौन सा अक्षांशीय विस्तार भारत की संपूर्ण भूमि के विस्तार के संदर्भ में प्रासंगिक है ?
(क) 8° 41′ उत्तर से 35° 7′ उत्तर
(ख) 8° 4′ उत्तर से 35° 6′ उत्तर
(ग) 8°4′ उत्तर से 37°6′ उत्तर
(घ) 6° 45′ उत्तर से 37° 6′ उत्तर
उत्तर- (घ) 6° 45′ उत्तर से 37° 6′ उत्तर
(क) बांग्लादेश
(ख) पाकिस्तान
(ग) चीन
(घ) म्याँमार
उत्तर-(क) बांग्लादेश
(क) चीन
(ख) फ्रांस
(ग) मिस्र
(घ) ईरान
उत्तर- (क) चीन
(क) 69°30′ पूर्व
(ख) 75°30′ पूर्व
(ग) 82°30′ पूर्व
(घ) 90°30′ पूर्व
उत्तर-(ग) 82°30′ पूर्व
(क) यमुना
(ख) सिंधु
(ग) ब्रह्मपुत्र
(घ) गंगा
उत्तर-(ख) सिंधु
(I) क्या भारत को एक से अधिक मानक समय की आवश्यकता है? यदि हाँ, तो आप ऐसा क्यों सोचते हैं?
उत्तर- भारत के आकार तथा विस्तार को देखते हुए एक ही मानक देशांतर रेखा(82°30′ पूर्वी देशांतर रेखा) उपयुक्त है जिससे पूरे देश में घड़ियों का समय निर्धारित किया जाता है।
अतः मेरे विचार से भारत को एक से अधिक मानक समय की आवश्यकता नहीं है बल्कि ऐसा होने पर विभिन्न प्रकार की व्यवहारिक समस्याएँ बढ़ने का भय रहता है।
उत्तर- भारत तीन ओर से समुद्र तथा महासागर से घिरा होने के कारण एक लंबी तटरेखा वाला देश है जिसमें मुख्य भूमि तथा द्वीपों सहित कुल 7517 किलोमीटर लंबी तट रेखा है। यह लंबी तट रेखा देश के लिए कई प्रकार से लाभदायक है-
1) 200 से अधिक छोटे-बड़े तथा मध्यम पत्तन इस पर अवस्थित है जो व्यापार की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
2) तटरेखा से 12 समुद्री मील तक मौजूद समुद्री संसाधनों की प्राप्ति के लिए।
3) बड़ी संख्या में मछुआरों को आजीविका प्राप्त होती है।
4) सामरिक दृष्टि से भी देश की रक्षा के लिए तटरेखा महत्वपूर्ण है।
उत्तर- भारत का देशांतरीय विस्तार 68° 7′ पूर्वी देशांतर से 97° 25′ पूर्वी देशांतर तक मिलता है। पश्चिम से पूर्व तक अधिकतम चौड़ाई 2933 किलोमीटर है। इस प्रकार भारत के देशांतरीय फैलाव में लगभग 30 डिग्री का अंतर है जिससे सबसे पूर्वी तथा पश्चिमी स्थानों के बीच स्थानीय समय में लगभग 2 घंटे का अंतर मिलता है। यह अंतर बहुत अधिक ना होने के कारण एक ही मानक देशांतर रेखा पूरे देश के लिए मानी गई है जिससे घड़ियों का समय निर्धारित किया गया है।
उत्तर- भारत के सुदूर पश्चिमी (68°7′ पूर्वी देशांतर) तथा सुदूर पूर्वी (97°25′ पूर्वी देशांतर) स्थानों के देशांतरीय विस्तार में लगभग 30 डिग्री का अंतर है जिससे स्थानीय समय में लगभग 2 घंटे का अंतर पैदा होता है। पृथ्वी के अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमने के कारण पूर्व में स्थित स्थानों पर पहले सूर्योदय तथा सूर्यास्त होता है। यही कारण है कि नागालैंड में सूर्य पहले उदय होता है और पहले ही अस्त होता है।
किंतु कोहिमा और नई दिल्ली में घड़ियाँ एक ही समय दिखाती हैं। इसका कारण यह है कि पूरे देश में घड़ियों का मानक समय 82°30′ पूर्वी देशांतर रेखा से निर्धारित किया गया है।
(I) एक ग्राफ पेपर पर मध्य प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय, गोवा, केरल तथा हरियाणा के जिलों की संख्या को आलेखित कीजिए। क्या जिलों की संख्या का राज्यों के क्षेत्रफल से कोई संबंध है?
उत्तर- मध्य प्रदेश- 52 जिले
कर्नाटक- 31 जिले
मेघालय- 12 जिले
गोवा- 02 जिले
केरल- 14 जिले
हरियाणा-22 जिले
उत्तर-सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य- पश्चिम बंगाल
न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य- अरुणाचल प्रदेश
उत्तर -राज्य के क्षेत्रफल तथा जिलों की संख्या के बीच प्रायः सीधा संबंध मिलता है। कम क्षेत्रफल वाले राज्यों में जिलों की संख्या कम मिलती है जबकि अधिक क्षेत्रफल वाले राज्यों में जिलों की संख्या अधिक होती है। परंतु इसके साथ-साथ जनसंख्या भी एक महत्वपूर्ण कारक है जिसके कारण कई बार कम क्षेत्रफल वाले जिले भी देश के अलग-अलग राज्यों में बनाए गए हैं।
उत्तर -भारत के समुद्र तटीय सीमा वाले कुल नौ राज्य हैं जिनका विवरण इस प्रकार है–पश्चिमी तटीय राज्य-
1) गुजरात
2) महाराष्ट्र
3)गोवा
4)कर्नाटक
5)केरल
पूर्वी तटीय राज्य-
1)तमिलनाडु
2)आंध्र प्रदेश
3)ओडिशा
4)पश्चिम बंगाल।
उत्तर -1)गुजरात 2) राजस्थान 3)पंजाब 4)जम्मू कश्मीर (केंद्र शासित प्रदेश) 5)लद्दाख(केंद्र शासित प्रदेश) 6)हिमाचल प्रदेश 7)उत्तराखंड 8)उत्तर प्रदेश 9)बिहार 10)पश्चिम बंगाल 11)सिक्किम 12)असम 13)अरुणाचल प्रदेश 14)नागालैंड 15)मणिपुर 16)मिजोरम 17)त्रिपुरा 18) मेघालय
I) उन केंद्र शासित क्षेत्रों की सूची बनाइए जिनकी स्थिति तटवर्ती है।
उत्तर -1)दमन दीव तथा दादरा नगर हवेली 2)पुडुचेरी 3)अंडमान निकोबार 4)लक्षद्वीप