अभ्यास के सभी प्रश्नोत्तर
(i) कर्क रेखा किस राज्य से नहीं गुजरती है ?
(क) राजस्थान
(ख) उड़ीसा
(ग) छत्तीसगढ़
(घ) त्रिपुरा
उत्तर-(ख) उड़ीसा
(क) 82°32 ‘पूर्व
(ख) 77°6 ‘ पूर्व
(ग) 68° 7 ‘पूर्व
(घ) 97°25′ पूर्व
उत्तर-(घ) 97°25′ पूर्व
(क) चीन
(ख) भूटान
(ग) नेपाल
(घ) म्यांमार
उत्तर- (ग) नेपाल
(क) पुदुचेरी
(ख) लक्षद्वीप
(ग) अंडमान और निकोबार
(घ) दीव और दमन
उत्तर-(ख) लक्षद्वीप
(क) भूटान
(ख) ताजिकिस्तान
(ग) बांग्लादेश
(घ) नेपाल
उत्तर-(ख) ताजिकिस्तान
(i)अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी में स्थित द्वीप समूह के नाम बताइए। दक्षिण में कौन-कौन से द्वीपीय देश हमारे पड़ोसी हैं?
उत्तर- अरब सागर में लक्षद्वीप तथा बंगाल की खाड़ी में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह है। दक्षिण में श्रीलंका और मालदीव हमारे द्वीपीय पड़ोसी देश हैं।
उत्तर- भारत विश्व में क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवें स्थान पर है। भारत से बड़े 6 देश निम्नलिखित हैं- रूस, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया।
उत्तर- हमारे उत्तर-पश्चिमी पड़ोसी देश- पाकिस्तान और अफगानिस्तान ।
उत्तरी पड़ोसी देश- नेपाल, भूटान और चीन ।
उत्तर-पूर्वी पड़ोसी देश- बांग्लादेश और म्यांमार।
उत्तर- कर्क रेखा या कर्क अक्षांशवृत्त 23°30′ उत्तरी अक्षांश वृत्त है जो भारत के 8 राज्यों से गुजरती हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं- गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम।
उत्तर- अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी भाग तथा गुजरात के पश्चिमी भाग के बीच 30 डिग्री देशांतर का अंतर है। प्रत्येक देशांतर को सूर्य के सामने से गुजरने में लगभग 4 मिनट का समय लगता है इसलिए इन क्षेत्रों के स्थानीय समय में 30×4=120 मिनट या 2 घंटे का अंतर है। पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है इसलिए अरुणाचल प्रदेश पूर्व में स्थित होने के कारण वहाँ सूर्योदय पहले होता है जबकि गुजरात पश्चिम में स्थित होने के कारण वहां सूर्योदय 2 घंटे बाद होता है।
इन दोनों स्थानों पर ही नहीं बल्कि पूरे देश में घड़ियाँ एक ही समय दर्शाती हैं क्योंकि भारत में घड़ियों का मानक समय 82° 30′ पूर्वी देशांतर रेखा से निर्धारित किया गया है जो भारत की मानक देशांतर रेखा है। स्पष्ट है कि सूर्योदय में अंतर स्थानीय समय के कारण है जबकि घड़ियों का एक ही समय मानक समय होने के कारण है।
उत्तर- हिंद महासागर में किसी भी देश की तटीय सीमा भारत जैसी नहीं है। भारत की इसी महत्वपूर्ण स्थिति के कारण इस महासागर का नाम हमारे देश के नाम पर रखा गया है। सामरिक दृष्टि से भी इसका काफी महत्व है। हिंद महासागर पश्चिम में यूरोपीय तथा अफ्रीकी देशों और पूर्वी एशियाई देशों को जोड़ता है। समुद्री मार्गो से प्राचीन समय से ही संसार के विभिन्न देशों से हमारा संपर्क रहा है और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में भी विभिन्न पत्तनों के द्वारा इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। अतः हिंद महासागर में भारत की केंद्रीय स्थिति काफी महत्वपूर्ण है।