अभ्यास के सभी प्रश्नोत्तर
(i). निम्नलिखित में से किस विद्वान ने भूगोल(geography) शब्द(Term) का प्रयोग किया ?
(क) हेरोडटस
(ख) गैलीलियो
(ग) इरेटास्थेनीज
(घ) अरस्तू
उत्तर-(ग) इरेटास्थेनीज
(क) पत्तन
(ख) मैदान
(ग) सड़क
(घ) जल उद्यान
उत्तर- (ख) मैदान
स्तंभ (क) स्तंभ (ख)
भूगोल की शाखाएं
प्राकृतिक /
सामाजिक विज्ञान
1. मौसम विज्ञान (अ) जनसंख्या भूगोल
2. जनांकिकी (ब) मृदा भूगोल
3. समाजशास्त्र (स) जलवायु विज्ञान
4. मृदा विज्ञान। (द) सामाजिक भूगोल
(क)1ब,2स,3अ,4द
(ख)1द,2ब,3स,4अ
(ग)1अ,2द,3ब,4स
(घ)1स,2अ,3द,4ब
उत्तर-(घ)1स,2अ,3द,4ब
(क) क्यों
(ख) क्या
(ग) कहाँ
(घ) कब
उत्तर-(क) क्यों
(क) समाजशास्त्र
(ख) मानव शास्त्र
(ग) इतिहास
(घ) भूगोल
उत्तर-(ग) इतिहास
(I). आप विद्यालय जाते समय किन महत्वपूर्ण सांस्कृतिक लक्षणों का पर्यवेक्षण करते हैं?क्या वे सभी समान है या असमान? उन्हें भूगोल के अध्ययन में सम्मिलित करना चाहिए या नहीं? यदि हाँ तो क्यों?
उत्तर- हम विद्यालय जाते समय विभिन्न प्रकार के भौतिक तथा सांस्कृतिक लक्षणों को देखते हैं। इनमें से बहुत सारे मानव जनित या सांस्कृतिक लक्षणों जैसे मकान, सड़क, रेल मार्ग, नहर, पूजा स्थल, वाहन, अस्पताल,विद्यालय का पर्यवेक्षण विद्यालय जाते समय हम करते हैं। यह सभी लक्षण असमान है। परंतु इन्हें हमें भूगोल के अध्ययन में सम्मिलित करना चाहिए क्योंकि भूगोल मानव के संबंध में पृथ्वी का अध्ययन है इसलिए मानव जनित या संस्कृतिक लक्षणों की भी भूगोल में उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका है जितने भौतिक लक्षणों की।
उत्तर- हमने इन सभी वस्तुओं को देखा है किंतु इनमें से संतरे की आकृति पृथ्वी से काफी मिलती जुलती है क्योंकि हमारी पृथ्वी की सही आकृति भू-आभ(geoid) है जो पूरी तरह गोल न होकर ध्रुवों पर चपटी है जिस प्रकार संतरा दिखाई देता है।
उत्तर-हम अपने विद्यालय में प्रतिवर्ष वन महोत्सव का आयोजन करते हैं ताकि पर्यावरण के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाए जा सके। वृक्ष न केवल कार्बन डाइऑक्साइड गैस जैसी ग्रीनहाउस गैस सोखते हैं बल्कि प्राणदायिनी ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। वृक्षों से कंद- मूल- फल, पत्तों आदि के रूप में विभिन्न प्रकार के उपयोगी उत्पाद हमें प्राप्त होते हैं। वृक्ष मृदा अपरदन को रोकने हैं तथा वर्षा लाने में सहायक हैं। इस प्रकार वृक्ष प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
उत्तर-हमने हाथी, हिरण, केंचुए, वृक्ष एवं घास को देखा है। यह जहाँ रहते एवं बढ़ते हैं उसे जीवमंडल नाम दिया गया है। जीवन को आश्रय देने वाला यह क्षेत्र जल मंडल, वायु मंडल तथा स्थल मंडल से घिरा हुआ है। इसके सजीव घटकों में मनुष्य, जीव-जंतु, पेड़-पौधे आदि शामिल हैं, वहीं निर्जीव घटक के रूप में वायु, जल, मृदा आदि मौजूद हैं। जीवमंडल में गतिशील तथा स्थिर दोनों प्रकार के जीव मिलते मिलते हैं। सूक्ष्म जीवाणु से लेकर विशालकाय व्हेल तक इसी जीवमंडल में पाए जाते हैं।
उत्तर- हमें अपने निवास से विद्यालय जाने में लगभग आधा घंटा लगता है। यदि विद्यालय हमारे घर की सड़क के उस पार होता तो हमें विद्यालय पहुंचने में केवल 2 या 3 मिनट लगते। घर से विद्यालय के बीच दूरी जितनी अधिक होगी उतना ही आने-जाने में समय अधिक लगेगा और हमें पढ़ाई के लिए समय कम मिलेगा। जब हम निवास से विद्यालय की दूरी को आधा घंटा कह रहे हैं तो यह दूरी की समय में गणना है किंतु हम स्थान को समय में तथा समय को स्थान में परिवर्तित नहीं कर सकते।
(i)आप अपने परिस्थान(surroundings) का अवलोकन करने पर पाते हैं कि प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक दोनों तथ्यों में भिन्नता पाई जाती है। सभी वृक्ष एक ही प्रकार के नहीं होते। सभी पशु एवं पक्षी जिसे आप देखते हैं, भिन्न भिन्न होते हैं। यह सभी भिन्न तत्व धरातल पर पाए जाते हैं। क्या अब आप यह तर्क दे सकते हैं कि भूगोल प्रादेशिक/ क्षेत्रीय भिन्नता का अध्ययन है?
उत्तर-हम अपने चारों और अवलोकन करने पर पाते हैं कि प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक दोनों पक्षों में भिन्नता पाई जाती है। यही कारण है कि भूगोल में हम क्षेत्रीय भिन्नता का अध्ययन करते हैं। इसके अंतर्गत हम न केवल प्रादेशिक भिन्नता का अध्ययन करते हैं बल्कि उन कारणों पर भी प्रकाश डालते हैं जो इस भिन्नता के लिए उत्तरदायी है। भूगोल विभिन्न तत्वों के बीच कार्य- कारण संबंध का अध्ययन करता है जैसे अलग-अलग स्थानों पर मृदा की भिन्नता के पीछे वहां मौजूद अलग-अलग कारक उत्तरदायी हैं। भूगोल में प्रादेशिक उपागम के अंतर्गत हम प्रदेशों का समग्र अध्ययन करते हैं तथा वहां मौजूद भौतिक एवं सांस्कृतिक लक्षणों की व्याख्या करते हैं। भौतिक कारको में भिन्नता के कारण सभी वृक्ष या पशु एक समान नहीं होते। इसके अलावा सांस्कृतिक कारक भी स्थानिक या क्षेत्रीय भिन्नता के लिए उत्तरदायी होते हैं जो मानव रचित पर्यावरण का हिस्सा है। इसलिए कहा जा सकता है कि भूगोल प्रादेशिक या क्षेत्रीय भिन्नता का भी अध्ययन है।
उत्तर-एक संश्लेषणात्मक विषय के रूप में भूगोल का कई विज्ञानों तथा सामाजिक विज्ञानों से अंतर्संबंध है। सामाजिक विज्ञान के घटक के रूप में हम भूगोल, इतिहास, नागरिक शास्त्र एवं अर्थशास्त्र का अध्ययन करते हैं क्योंकि यह समाज से जुड़े हुए अलग-अलग पहलुओं से संबंधित हैं। भूगोल के अंतर्गत विभिन्न तथ्यों तथा आयामों का अध्ययन करते हैं तथा एक समग्र विषय के रूप में इन सामाजिक विज्ञानों से जुड़े हुए हैं। यही कारण है कि भूगोल की अलग-अलग शाखाएं तथा उपक्षेत्र किसी न किसी सामाजिक विज्ञान या विज्ञान से संबंधित है जैसे ऐतिहासिक भूगोल इतिहास से संबंधित है।इसी प्रकार आर्थिक भूगोल में कई तत्वों का अध्ययन हम करते हैं जो अर्थशास्त्र से जुड़े हुए हैं। भूगोल प्रादेशिक या क्षेत्रीय विभिन्नता को ध्यान में रखते हुए एक समाकलित विषय के रूप में विभिन्न तत्वों का अध्ययन करता है। भौगोलिक तथ्यों की समय और स्थान के संदर्भ में व्याख्या की जा सकती है। पृथ्वी का मानव के घर के रूप में अध्ययन करते समय हम विभिन्न भौतिक तथा सांस्कृतिक तत्वों की विवेचना करते हैं। भूगोल क्या, कहाँ और कैसे का अध्ययन करता है ताकि किसी भी तथ्य की समग्रता को समझा जा सके। इसलिए हम कह सकते हैं कि इन सभी सामाजिक विज्ञानों का अंतरा पृष्ठ भूगोल के लिए काफी महत्वपूर्ण है जो परस्पर एक दूसरे को समृद्ध बनाते हैं।